पंजाब में खूब गरजे राजनाथ, पाकिस्तान और ड्रग्स तस्करों को दी चेतावनी
मंगलवार, जन 24, 2017 | 21:43
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मादक पदार्थ की गिरफ्त में होने के लिए आज पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और इस मुद्दे पर पूरे राज्य को बदनाम करने के लिए विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथ लिया। केंद्रीय मंत्री पंजाब के अबोहर फजिल्का और फिरोजपुर में चुनाव रैलियों को संबोधित कर रहे थे।
चंडीगढ़ : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पंजाब के मादक पदार्थ की गिरफ्त में होने के लिए आज पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और इस मुद्दे पर पूरे राज्य को बदनाम करने के लिए विपक्षी पार्टियों को आड़े हाथ लिया। केंद्रीय मंत्री पंजाब के अबोहर फजिल्का और फिरोजपुर में चुनाव रैलियों को संबोधित कर रहे थे।
पंजाब के अबोहर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत में ड्रग्स की आपूर्ति कर रहा है। ड्रग्स के सौदागरों को बख्शा नहीं जाएगा। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए राजनाथ ने कहा कि भारतीय सेना अपना पराक्रम दिखा चुकी है। भारत यह साबित कर चुका है कि वह उस पार जाकर भी हमला कर सकता है।
सिंह ने कहा कि पंजाब में जो कोई भी मादक पदार्थों के कारोबार को बढ़ावा देने का प्रयास करेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा और उसे सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने अबोहर, फाजिल्का और फिरोजपुर में भाजपा-शिअद के लिए चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘यदि भारत अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बना है तो इसमें पंजाब का योगदान शीर्ष पर है। यद्यपि ये लोग (विपक्ष) पंजाब को न केवल राज्य में बल्कि विदेश में भी बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं जहां वे कहते हैं कि पंजाबी युवा मादक पदार्थ का सेवन कर रहे हैं और वे इसके आदी हैं।’
पंजाब में 4 फरवरी को चुनाव होना है जहीम विपक्षी कांग्रेस और आप ने मादक पदार्थ समस्या को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया है। शिअद-भाजपा सरकार पर इस बुराई पर रोकने में असफल रहने का आरोप भी विपक्ष ने लगाया है। सिंह ने कहा कि विपक्ष सरकार को मादक पदार्थ बुराई के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे लोगों से यह पूछना चाहते हैं कि क्या पंजाब में युवा केवल मादक पदार्थ लेने में लिप्त हैं।
उन्होंने कहा, ‘मादक पदार्थ लेना सही बात नहीं नहीं, कोई भी इस बुराई में पड़ सकता है, लेकिन आप पूरे राज्य और उसके युवाओं को इस तरह से बदनाम नहीं कर सकते। इस पर रोक लगनी चाहिए और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान निश्चित तौर पर इस मादक पदार्थ मुद्दे पर ‘गड़बड़’ कर रहा है।’
सिंह ने कहा, ‘देश के गृह मंत्री के तौर पर मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि शिअद-भाजपा को वोट देकर सत्ता में ले आइये, चाहे जितनी भी बड़ी शक्ति क्यों न हो, मैं आपसे वादा करता हूं कि पंजाब में जो कोई भी मादक पदार्थ व्यापार को बढ़ावा देने का प्रयास करेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा और उसे एक सबक सिखाया जाएगा। कोई भी मुझे रोक नहीं सकता, व्यक्ति चाहे जितना भी बड़ा क्यों न हो।’ उन्होंने कहा कि वह सामाजिक संगठनों से भी अपील करना चाहते हैं कि आगे आयें, यदि कुछ युवा इस बुराई में फंस गए हैं, तो उन्हें मादक पदार्थ से दूर करने के प्रयास होने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘यद्यपि ऐसा नहीं कि पूरे पंजाब के युवाओं को इस तरह से बदनाम किया जाए। हमारे युवाओं को बदनाम नहीं किया जा सकता।’ सिंह ने कहा, ‘हमारा पड़ोसी देश भारत के साथ जो कर रहा है आप उससे अच्छी तरह से अवगत हैं। समय समय पर वह कोई न कोई हरकत करता रहता है।’ सिंह ने उल्लेख किया कि उन्होंने गत वर्ष एक यात्रा के दौरान पाकिस्तान को किस तरह से आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा संदेश दिया था।
जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद ने चेतावनी दी थी कि यदि भारत के गृह मंत्री गत वर्ष दक्षेस के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद आते हैं तो पूरे देश में प्रदर्शन किये जाएंगे। सिंह ने आज कहा कि निश्चित रूप से इसी कारण से उन्होंने आतंकवाद पर एक कड़ा संदेश देने के लिए वहां जाने का निर्णय किया।
उन्होंने कहा, ‘आपको याद होगा कि गत वर्ष सितम्बर में मैं पाकिस्तान गया था। मैंने कहा था कि मैं नहीं जाऊंगा। जब मेरे अधिकारियों ने मुझसे पूछा तो मैंने कहा कि इसके बजाय गृह राज्य मंत्री जाएंगे और वहां पर भाषण पढ़ेंगे।’ सिंह ने कहा, ‘यद्यपि जब मुझे यह सूचना मिली कि आतंकवादी वहां पर भारत का विरोध कर रहे हैं और यह कहते हुए भारत विरोधी नारे लगा रहे हैं कि जब भारत के गृह मंत्री यात्रा करेंगे तो वे उनका भी विरोध करेंगे, प्रदर्शन करेंगे और उन्हें कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा और उन्हें भारत वापस जाने को बाध्य होना पड़ेगा, तब मैंने अपना फैसला बदलने का निर्णय किया। जब मुझे यह पता चला मेरा खून खौल उठा।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा कि गृह राज्य मंत्री नहीं जाएंगे, यदि किसी को जाना है तो मैं जाऊंगा। जब मैं वहां गया, पाकिस्तान में उनकी जमीन पर खड़े होकर मैंने उन्हें स्पष्ट तौर पर कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करें और यदि यह जारी रहता है तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे, मैंने यह बात उनसे बहुत दृढ़ता से कही।’ केंद्रीय गृह मंत्री ने उरी हमले का जिक्र किया और बताया कि किस तरह से भारत ने यह संदेश देने के लिए लक्षित हमला किया कि वह ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, ‘उरी हमले के बाद क्या आपने देखा कि हमारे प्रधनमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कितना साहसिक कदम उठाया। हमारे प्रधानमंत्री जैसा साहसी और निर्भीक व्यक्ति ही ऐसा कदम उठा सकता है। मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता, लेकिन हमने विश्व को एक कड़ा संदेश दिया कि जो हमारे खिलाफ जाएगा उसे क्या परिणाम भुगतने होंगे।’
पंजाब के अबोहर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत में ड्रग्स की आपूर्ति कर रहा है। ड्रग्स के सौदागरों को बख्शा नहीं जाएगा। पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में सेना के सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए राजनाथ ने कहा कि भारतीय सेना अपना पराक्रम दिखा चुकी है। भारत यह साबित कर चुका है कि वह उस पार जाकर भी हमला कर सकता है।
सिंह ने कहा कि पंजाब में जो कोई भी मादक पदार्थों के कारोबार को बढ़ावा देने का प्रयास करेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा और उसे सबक सिखाया जाएगा। उन्होंने अबोहर, फाजिल्का और फिरोजपुर में भाजपा-शिअद के लिए चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘यदि भारत अनाज के मामले में आत्मनिर्भर बना है तो इसमें पंजाब का योगदान शीर्ष पर है। यद्यपि ये लोग (विपक्ष) पंजाब को न केवल राज्य में बल्कि विदेश में भी बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं जहां वे कहते हैं कि पंजाबी युवा मादक पदार्थ का सेवन कर रहे हैं और वे इसके आदी हैं।’
पंजाब में 4 फरवरी को चुनाव होना है जहीम विपक्षी कांग्रेस और आप ने मादक पदार्थ समस्या को एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाया है। शिअद-भाजपा सरकार पर इस बुराई पर रोकने में असफल रहने का आरोप भी विपक्ष ने लगाया है। सिंह ने कहा कि विपक्ष सरकार को मादक पदार्थ बुराई के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि वह ऐसे लोगों से यह पूछना चाहते हैं कि क्या पंजाब में युवा केवल मादक पदार्थ लेने में लिप्त हैं।
उन्होंने कहा, ‘मादक पदार्थ लेना सही बात नहीं नहीं, कोई भी इस बुराई में पड़ सकता है, लेकिन आप पूरे राज्य और उसके युवाओं को इस तरह से बदनाम नहीं कर सकते। इस पर रोक लगनी चाहिए और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान निश्चित तौर पर इस मादक पदार्थ मुद्दे पर ‘गड़बड़’ कर रहा है।’
सिंह ने कहा, ‘देश के गृह मंत्री के तौर पर मैं आपको भरोसा दिलाना चाहता हूं कि शिअद-भाजपा को वोट देकर सत्ता में ले आइये, चाहे जितनी भी बड़ी शक्ति क्यों न हो, मैं आपसे वादा करता हूं कि पंजाब में जो कोई भी मादक पदार्थ व्यापार को बढ़ावा देने का प्रयास करेगा उसे छोड़ा नहीं जाएगा और उसे एक सबक सिखाया जाएगा। कोई भी मुझे रोक नहीं सकता, व्यक्ति चाहे जितना भी बड़ा क्यों न हो।’ उन्होंने कहा कि वह सामाजिक संगठनों से भी अपील करना चाहते हैं कि आगे आयें, यदि कुछ युवा इस बुराई में फंस गए हैं, तो उन्हें मादक पदार्थ से दूर करने के प्रयास होने चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘यद्यपि ऐसा नहीं कि पूरे पंजाब के युवाओं को इस तरह से बदनाम किया जाए। हमारे युवाओं को बदनाम नहीं किया जा सकता।’ सिंह ने कहा, ‘हमारा पड़ोसी देश भारत के साथ जो कर रहा है आप उससे अच्छी तरह से अवगत हैं। समय समय पर वह कोई न कोई हरकत करता रहता है।’ सिंह ने उल्लेख किया कि उन्होंने गत वर्ष एक यात्रा के दौरान पाकिस्तान को किस तरह से आतंकवाद के मुद्दे पर कड़ा संदेश दिया था।
जमात उद दावा प्रमुख हाफिज सईद ने चेतावनी दी थी कि यदि भारत के गृह मंत्री गत वर्ष दक्षेस के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए इस्लामाबाद आते हैं तो पूरे देश में प्रदर्शन किये जाएंगे। सिंह ने आज कहा कि निश्चित रूप से इसी कारण से उन्होंने आतंकवाद पर एक कड़ा संदेश देने के लिए वहां जाने का निर्णय किया।
उन्होंने कहा, ‘आपको याद होगा कि गत वर्ष सितम्बर में मैं पाकिस्तान गया था। मैंने कहा था कि मैं नहीं जाऊंगा। जब मेरे अधिकारियों ने मुझसे पूछा तो मैंने कहा कि इसके बजाय गृह राज्य मंत्री जाएंगे और वहां पर भाषण पढ़ेंगे।’ सिंह ने कहा, ‘यद्यपि जब मुझे यह सूचना मिली कि आतंकवादी वहां पर भारत का विरोध कर रहे हैं और यह कहते हुए भारत विरोधी नारे लगा रहे हैं कि जब भारत के गृह मंत्री यात्रा करेंगे तो वे उनका भी विरोध करेंगे, प्रदर्शन करेंगे और उन्हें कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेने दिया जाएगा और उन्हें भारत वापस जाने को बाध्य होना पड़ेगा, तब मैंने अपना फैसला बदलने का निर्णय किया। जब मुझे यह पता चला मेरा खून खौल उठा।’
उन्होंने कहा, ‘मैंने कहा कि गृह राज्य मंत्री नहीं जाएंगे, यदि किसी को जाना है तो मैं जाऊंगा। जब मैं वहां गया, पाकिस्तान में उनकी जमीन पर खड़े होकर मैंने उन्हें स्पष्ट तौर पर कहा कि आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद करें और यदि यह जारी रहता है तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे, मैंने यह बात उनसे बहुत दृढ़ता से कही।’ केंद्रीय गृह मंत्री ने उरी हमले का जिक्र किया और बताया कि किस तरह से भारत ने यह संदेश देने के लिए लक्षित हमला किया कि वह ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने कहा, ‘उरी हमले के बाद क्या आपने देखा कि हमारे प्रधनमंत्री (नरेंद्र मोदी) ने कितना साहसिक कदम उठाया। हमारे प्रधानमंत्री जैसा साहसी और निर्भीक व्यक्ति ही ऐसा कदम उठा सकता है। मैं उसके विस्तार में नहीं जाना चाहता, लेकिन हमने विश्व को एक कड़ा संदेश दिया कि जो हमारे खिलाफ जाएगा उसे क्या परिणाम भुगतने होंगे।’
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