मंगलवार, 28 फ़रवरी 2017

पंचायत 22 पीटीडी में मनरेगा काम में गडबड़जाला

        पंचायत 22 पीटीडी में मनरेगा कार्य में गडबड़जाला।
जो काम बीते वर्ष में होना था वह करवाया जा रहा हैं अब।
मनरेगा का काम ठेकेदार से करवाया जा रहा हैं।
मेट पंच तक को कह देता हैं की वार्ड पंच नही जांच सकती लेबर हाजरी।
सीमान्त रक्षक पड़ताल।                                                                                                                                                        समेजा कोठी।(सतवीर सिह मेहरा/हरप्रीत सिह)रायसिंहनगर तहसील की पंचायत 22 पीटीडी में भ्रष्टाचार की जड़े इतनी पसर चुकी हैं की काट पाना शायद मुश्किल हैं।पंचायत का कार्य जो बीते वर्ष में पुरा होना था वह जागरूक युवा सुखचैन सिह व जसविन्द्र सिह द्वारा मामला टटोलने के कारण आननफानन में अब करवाया जा रहा हैं।मामला पंचायत 22 पीटीडी बी का हैं मनरेगा के जरिये  पंचायत के चक 28 पीटीडी में पक्के खाले की मरम्मत का कार्य वर्ष 2014-2015 में स्वीकृत हुआ और 2015-2016 तक पुरा करवाने का लक्ष्य था।परन्तु ग्राम सचिव व सरपंच ने विकास अधिकारी को अँधेरे में रखते हुये कार्य करवाये बिना ही कागजों में कार्य करवाकर बजट हजम कर गये। परन्तु अब मीडिया संगठन से जुडे युवाओं ने इस पक्के खाले मरम्मत के कार्य की तहकीकात करनी शुरू की तो सचिव व सरपंच ने मनरेगा का कार्य दिनांक 20-01-2017  से 15000 रूपये ठेके पर ठेकेदार को दे दिया ताकि जल्द कार्य पुरा करवा दिया जावे।
मनरेगा का काम ठेके पर-सरपंच ने बचने के चक्कर में मनरेगा का काम राधेश्याम ठेकेदार को तीन मुरब्बा खाला मरम्मत कार्य ठेके पर 15000 हजार रूपये में दे दिया।इस मरम्मत कार्य में मनरेगा के तहत लोगों को भी लगाया गया हैं पर नरेगा की लेबर के बराबर पंचायत से हटकर 6 एलपीएम के मजदूर 300 रूपये दयाड़ी पर भी लगाये गये।जिससे पंचायत के मजदूर लोग काम से वचिंत हो गये।
मेट भागा सिहं करता हैं दादागिरी-जब वार्ड 7 की पंच मनजीत कौर को नरेगा मस्टरोल में गड़बडी व फर्जी हाजरी की शिकायत मिली तो पंच वार्ड के लोगों को साथ लेकर मस्टरोल पर हाजरी निरीक्षण के लिए मौके पर गई।वार्ड पंच द्वारा जनप्रतिनिधि होने की हैसियत से जब मेट को लेबर की हाजरी के लिए कहा तो सचिव को फोन मिलाने लगा और सचिव ने गड़बडी पकड़ी जाने के डर से मेट से पंच को कहलवा दिया की महिला पंच को यह अधिकार नही की वह मस्टरोल की हाजरी निरीक्षण करे।पंच मनजीत कौर ने जबाब पाते ही नरेगा में लगे लोगों से मौखिक पुछताछ की तो सच सामने आया की नरेगा में फर्जीवाड़ा चल रहा हैं।
          पंचायत के काम का निरक्षण करने का पंच को पुरा अधिकार होता हैं।वह जनप्रतिनिधि होता हैं।मेट या ग्राम सचिव मना नही कर सकते।
     (कार्यवाहक विकास अधिकारी पंचायत समिति रायसिहनगर)

मैं पंच के साथ था मेट ने लेबर उपस्थिति गिनाने से पंच को स्पष्ट मना कर दिया।
      (सुखचैन सिह ग्रामीण एंव भ्रष्टाचार मुक्त देश का सहयोगी)

मेरे को ग्राम सचिव ने बोला था की किसी भी पंच को मस्टरोल न दिखाया जावे।
     ( मेट भागा सिहं)


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