गुरुवार, 4 अप्रैल 2024

40 पीएस के पास बीएसएफ ने ड्रोन को गिराया जिससे 8.5 करोड़ की हेरोइन बरामद

 

**40 पीएस के पास बीएसएफ ने ड्रोन को गिराया जिससे 8.5 करोड़ की हेरोइन बरामद**


समेजा कोठी।लोक सभा चुनाव व राज्य सरकार के 100 दिवसीय कार्ययोजना के तहत अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान के तहत जिला पुलिस अनूपगढ़ को स्थानीय संपर्क सूत्रों सूचना मिली कि गांव 40 पीएस,41पीएस के आस पास अंतर्राष्ट्रीय सीमा के नजदीक सीमा पार से अवैध मादक पदार्थ ड्रोन के माध्यम से गिराए जा सकते हैं।इस पर पुलिस थाना समेजा कोठी व रायसिंहनगर के द्वारा अपने क्षेत्र में नाकाबंदी कर संदिग्ध वाहनों के जांच शुरू की गई।साथ ही पुलिस ने 40 पीएस,41 पीएस में पुलिस के मुखबिरों व संपर्क सूत्रों को सजग कर गस्त और निगरानी शुरू की गई।आज सुबह करीब 7 बजकर 40 मिनट पर बीएसएफ बीओपी 40 पीएस से सूचना मिली की सीमा पार से पाकिस्तान की तरफ से एक ड्रोन की गतिविधि देखी गई।बीएसएफ ने उस ड्रोन को सीमा पर तारबंदी के पास फायरिंग कर गिरा दिया।बीएसएफ की कार्यवाही के बाद एक ड्रोन व हेरोइन के दो पैकेट तारबंदी के पास गिर गए।जिन्हे बीएसएफ ने कब्जे में ले लिया।दोनो पैकेटो का वजन 1 किलो 708 ग्राम है।सूचना पर एसपी अनूपगढ़ रमेश मौर्य,डीएपी भंवर लाल,सी ओ अनु विश्नोई,समेजा थाना अधिकारी विकास विश्नोई, बीएसएफ के 34 वी वाहिनी के कमांडर, डिप्टी कमांडर व अन्य अधिकारी भी तुरंत मौके पर पहुंच गए।निर्देश अनुसार तारबंदी के पास सर्च अभियान चलाकर अवैध मादक पदार्थ व संदिग्धों की तलाश की जा रही हैं।बीएसएफ ने मादक पदार्थ को स्थानीय पुलिस को सुपुर्द करने पर पुलिस थाना समेजा कोठी में एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज कर जांच की जा रही हैं।हेरोइन की कीमत अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमत 8.5 करोड़ रूपए आंकी गई हैं।तस्करों को पकड़ने के लिए पुलिस व बीएसएफ की संघन तलाशी अभियान व नाकाबंदी की गई हैं।

रविवार, 3 मार्च 2024

चिकित्सा मंत्री ने पीबीएम अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, ट्रोमा सेंटर और हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वस्कुलर सेंटर की देखी व्यवस्थाएं

 

चिकित्सा मंत्री ने पीबीएम अस्पताल का किया औचक निरीक्षण, ट्रोमा सेंटर और हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वस्कुलर सेंटर की देखी व्यवस्थाएं

चिकित्सा सुविधाओं का प्राथमिकता से किया जाएगा विस्तार- श्री गजेंद्र सिंह

बीकानेर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह ने रविवार को पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर और हल्दीराम मूलचंद कार्डियो वस्कुलर सेंटर का औचक निरीक्षण किया।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान अस्पताल की चिकित्सा सुविधाओं, साफ-सफाई सहित स्टाफ की उपलब्धता व अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मरीजों एवं उनके परिजनों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

चिकित्सा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह ने कहा कि मरीजों के भार को देखते हुए कार्डियो वस्कुलर सेंटर में चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। मरीजों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाना, राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। यहां की आवश्यकता के अनुरूप आधुनिक चिकित्सकीय उपकरण उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अस्पताल को कार्डियक सर्जन की सेवाएं शीघ्र ही उपलब्ध करवाई जाएगी।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज के साथ समुचित साफ-सफाई मिले, इसे सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों को नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं।

चिकित्सा मंत्री ने इस दौरान ट्रोमा सेंटर और कार्डियो वस्कुलर में भर्ती मरीजों से बातचीत कर अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में फीडबैक लिया। मंत्री ने कहा कि पुराने हो चुके उपकरण तुरंत प्रभाव से बदले जाएं तथा खराब पड़े उपकरणों को भी दुरुस्त करवाकर उपयोग में लाएं।

चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल की विभिन्न व्यवस्थाओं के संबंध में संतोष प्रकट किया और कहा कि वरिष्ठ चिकत्सक भी नियमित रूप से मरीजों को देखें। अस्पताल की व्यवस्थाओं पर निगरानी के लिए प्रत्येक विभागाध्यक्ष अपने अधीनस्थ स्टाफ के साथ संवाद रखें।

इस दौरान बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास, विजय आचार्य, प्राचार्य एवं नियंत्रक डॉ. गुंजन सोनी, पीबीएम अस्पताल अधीक्षक डॉ पी के सैनी, मोहन सुराणा, उपमहापौर राजेंद्र पंवार, पार्षद प्रदीप उपाध्याय, गोपाल आचार्य आदि मौजूद रहे।

सोमवार, 15 मई 2023

गंगानगर जिला की औद्योगिक ईकाइयों में पावर कट रहेगा

 गंगानगर जिला की औद्योगिक ईकाइयों में पावर कट रहेगा

श्रीगंगानगर, । विद्युत अनियमितता में खराबी के कारण जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड द्वारा डिस्कॉम के अंतर्गत सभी औद्योगिक क्षेत्रों में पावर कट निर्धारित किया गया है। जोधपुर डिस्कॉम श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता (वितरण) श्री एल.एस. मान ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले की इलेक्ट्रानिक ईकाईयों को लॉट नंबर 01 में रखा गया है, जिसमें प्रत्येक शुक्रवार को ऊपर के अनुसार पावर कट निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार डिस्कॉम के तहत सभी औद्योगिक क्षेत्रों को 6 लॉट में विभाजित किया गया है और प्रत्येक लॉट में सत्य वार के सायं 7:00 से प्रातः 5:00 बजे तक पावर कट लगाया जाएगा।

बुधवार, 10 मई 2023

प्रधानमंत्री मोदी ने नाथद्वारा में 5500 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं की आधारशिला रखी एवं राष्ट्र को समर्पित किया

 


श्रीगंगानगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के नाथद्वारा में आज 5500 करोड़ रुपयें से अधिक की परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाएं उस क्षेत्र में बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जहां रेलवे और सड़क परियोजनाएं माल और सेवाओं की आवाजाही की सुविधा प्रदान करेंगी, जिससे व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्र में लोगों की सामाजिक.आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
 सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भगवान श्रीनाथ की गौरवशाली भूमि मेवाड़ के दर्शन का अवसर मिलने पर आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने दिन में पहले नाथद्वारा में श्रीनाथजी मंदिर में दर्शन और पूजा कर आजादी का अमृत काल में एक विकसित भारत के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए आशीर्वाद की कामना की।
 आज जिन परियोजनाओं को समर्पित और शिलान्यास किया गया, उनका उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये परियोजनाएं राजस्थान की कनेक्टिविटी को बढ़ाएगी। जहां नेशनल हाईवे के उदयपुर से शामलाजी सेक्शन को सिक्स लेन करने से उदयपुर, डूंगरपुर और बांसवाड़ा को फायदा होगा। वहीं एनएच-25 के बिलाड़ा-जोधपुर खंड से जोधपुर से सीमावर्ती इलाकों तक पहुंच आसान हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जयपुर-जोधपुर के बीच यात्रा में लगने वाले समय में तीन घंटे की कमी आएगी और कुम्भलगढ़ और हल्दीघाटी जैसे विश्व विरासत स्थलों तक पहुंचना आसान हो जाएगा। उन्होंने कहा ’श्री नाथद्वारा से नई रेलवे लाइन मेवाड़ को मारवाड़ से जोड़ेगी और संगमरमर, ग्रेनाइट और खनन उद्योग जैसे क्षेत्रों में मदद करेगी’।
 प्रधानमंत्री ने कहा किए भारत सरकार राज्य के विकास के साथ राष्ट्र के विकास के मंत्र में विश्वास करती है’, जैसा कि उन्होंने कहा कि राजस्थान भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक है। राज्य को भारत के साहस, विरासत और संस्कृति का वाहक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में विकास की गति का सीधा संबंध राजस्थान के विकास से है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राज्य में आधुनिक बुनियादी ढांचे पर विशेष जोर दे रही है। उन्होंने बताया कि आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर सिर्फ रेलवे और रोडवेज तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह गांवों और शहरों के बीच कनेक्टिविटी भी बढ़ाता है, सुविधाओं को बढ़ावा देता है और समाज को जोड़ता है, डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाकर लोगों के जीवन को आसान बनाता है। उन्होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचा न केवल भूमि की विरासत को बढ़ावा देता है बल्कि विकास को भी गति देता है। देश में हर संभव बुनियादी ढांचे में अभूतपूर्व निवेश और विकास की अभूतपूर्व गति को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ’अगले 25 वर्षों में एक विकसित भारत के संकल्प के पीछे आधुनिक बुनियादी ढांचा शक्ति के रूप में उभर रहा है।’ प्रधान मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार हर बुनियादी ढांचा क्षेत्र में हजारों करोड़ रुपये का निवेश कर रही है, चाहे वह रेलवे हो, हवाई मार्ग हो या राजमार्ग। इस बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर पर 10 लाख करोड़ रुपये के प्रावधान का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर में जब इतना निवेश होता है तो इसका सीधा असर क्षेत्र के विकास और रोजगार के अवसरों पर पड़ता है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की इन योजनाओं ने अर्थव्यवस्था को एक नया आयाम दिया है।
 प्रधानमंत्री ने देश में नकारात्मकता को बढ़ावा दिए जाने का जिक्र किया। उन्होंने उन आलोचकों के बारे में बात की जो आटा और डेटा, सड़क.सैटेलाइट के बीच की प्राथमिकताओं पर सवाल उठाते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बुनियादी सुविधाओं के साथ-साथ आधुनिक बुनियादी ढांचे का निर्माण भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति देश के भविष्य के लिए योजना बनाना असंभव बना देती है। उन्होंने छोटी संपत्ति बनाने की अल्पकालिक सोच की निंदा की जो बहुत तेजी से बढ़ती जरूरतों से कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि इस सोच के कारण बुनियादी ढांचे के निर्माण की देश को भारी कीमत चुकानी पड़ी।
 प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की कि ’देश में बुनियादी ढांचे के लिए एक भविष्यवादी दृष्टि की कमी के कारण राजस्थान को बहुत नुकसान हुआ है’। लोगों के सामने आने वाली कठिनाइयों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक यात्रा करने तक ही सीमित नहीं था बल्कि इसमें कृषि, व्यापार और उद्योग भी शामिल थी। यह देखते हुए कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना 2000 में तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के दौरान शुरू हुई थी, श्री मोदी ने बताया कि 2014 तक लगभग 3 लाख 80 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया था, जबकि वर्तमान सरकार ने पिछले नौ सालों में लगभग 3 लाख 50 हजार किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राजस्थान के गांवों में ही 70 हजार किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा, ’अब देश के अधिकांश गांव पक्की सड़कों से जुड़े हुए हैं।’
 प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार सड़कों को गांवों तक ले जाने के साथ-साथ शहरों को आधुनिक राजमार्गों से जोड़ रही है। 2014 से पहले की तुलना में दोगुनी गति से राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने हाल ही में दौसा में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के एक खंड को समर्पित किए जाने को याद किया।
 प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘‘आज का भारत एक महत्वाकांक्षी समाज है। और लोग कम समय में अधिक सुविधाएं प्राप्त करना चाहते हैं। भारत और राजस्थान के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करना हमारी जिम्मेदारी है’’।
 आम नागरिक के जीवन में रेलवे के महत्व पर जोर देते हुएए प्रधानमंत्री ने आधुनिक ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों और पटरियों जैसे बहु-आयामी प्रयासों के माध्यम से रेलवे के आधुनिकीकरण की योजना के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि राजस्थान को अपनी पहली वंदे भारत ट्रेन मिल चुकी है। मावली-मारवाड़ खंड का गेज परिवर्तन को स्वीकृत एवं अहमदाबाद और उदयपुर मार्ग की ब्रॉड गेज कार्य भी पूरा किया गया है।
 प्रधानमंत्री ने बताया कि मानव रहित फाटकों को खत्म करने के बाद सरकार देश में पूरे रेल नेटवर्क के विद्युतीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि उदयपुर रेलवे स्टेशन की तर्ज पर देश के सैकड़ों रेलवे स्टेशनों का भी आधुनिकीकरण किया जा रहा है और यात्रियों को संभालने की क्षमता बढ़ाई जा रही है। मालगाड़ियों के लिए, प्रधान मंत्री ने कहा, एक विशेष ट्रैक, एक समर्पित माल गलियारा बनाया जा रहा है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि 2014 की तुलना में राजस्थान का रेल बजट चौदह गुना बढ़ गया है। उन्होंने यह भी बताया कि राजस्थान में 75 प्रतिशत रेलवे नेटवर्क पहले ही विद्युतीकृत हो चुका है, जहां डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़, पाली, सिरोही और राजसमंद जैसे जिले लाभ उठा चुके हैं। श्री मोदी ने कहा कि ‘‘वह दिन दूर नहीं जब राजस्थान 100 प्रतिशत रेल विद्युतीकरण वाले राज्यों में से एक होगा’’।
 प्रधानमंत्री ने राजस्थान में पर्यटन और आस्था के स्थानों के लिए कनेक्टिविटी बढ़ने के लाभों को भी रेखांकित किया। उन्होंने महाराणा प्रताप की वीरता, भामाशाह की उदारता और वीर पन्ना दाई की कहानी को याद किया। उन्होंने कल महाराणा प्रताप की जयंती पर देश द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि देने की बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार देश की विरासत को संरक्षित करने के लिए विभिन्न सर्किटों पर काम कर रही है। भगवान कृष्ण से संबंधित तीर्थ स्थलों को जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गोविंद देव जी, खाटू श्याम जी और श्री नाथ जी के दर्शन को सुगम बनाने के लिए कृष्णा सर्किट विकसित किया जा रहा है। ’सरकार सेवा की भावना के साथ काम कर रही है और इसे भक्ति भाव के रूप में मान रही है’, प्रधान मंत्री ने कहा, ’जनता जनार्दन के लिए जीवन आसान बनाना हमारी सरकार की प्राथमिकता है’।
 इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल श्री कलराज मिश्र, राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, संसद सदस्य और राजस्थान सरकार के मंत्री अन्य लोगों के साथ-साथ उपस्थित थे।

मंगलवार, 25 अप्रैल 2023

जिले में आयोजित महंगाई राहत कैम्प में अब तक कराया करीब 90 हजार लाभार्थियों ने रजिस्ट्रेशन

 जिले में आयोजित महंगाई राहत कैम्प में अब तक कराया करीब 90 हजार लाभार्थियों ने रजिस्ट्रेशन

श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री सौरभ स्वामी ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिले में अभियान के तहत दो दिनों में अब तक 89 हजार 721 लाभार्थियों रजिस्ट्रेशन कराया। मंगलवार लगाए गए कैम्पों में 10 योजनाओं में 59 हजार 305 लाभार्थियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया। पहले दिन लगभग 30,000 रजिस्ट्रेशन हुए थे। आमजन में महंगाई राहत कैम्पों के प्रति काफी उत्साह दिखाई दिया। जिला कलक्टर ने फील्ड में रहकर महंगाई राहत कैम्प में लगी टीमों की हौंसला अफजाई की। इन कैम्पों रजिस्ट्रेशन के लिए बूथों की तरह लाइनें लगी रही। यहां पर प्रशासन द्वारा छाया एवं पानी के साथ बैठने की माकूल व्यवस्था की गई।

शनिवार, 23 जुलाई 2022

प्रशासन शहरों के संग अभियान निरीक्षण के लिये अधिकारी नियुक्त

 प्रशासन शहरों के संग अभियान निरीक्षण के लिये अधिकारी नियुक्त

श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्रीमती रूक्मणि रियार सिहाग द्वारा प्रशासन शहरों के संग अभियान के सफल-सुचारू संचालन एवं निरीक्षण के लिये अधिकारियों की नियुक्ति की गई है। निरीक्षणकर्ता अधिकारी द्वारा आवंटित नगर निकाय का प्रत्येक सप्ताह में एक बार निरीक्षण किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि नगरपालिका सादुलशहर के निरीक्षण की जिम्मेदारी जिला परिषद सीईओ को दी गई है जबकि एडीएम सर्तकता को नगरपालिका गजसिंहपुर, एडीएम प्रशासन को नगरपरिषद गंगानगर, नगर विकास न्यास और नगरपालिका लालगढ़ जाटान, शुगरमिल के महाप्रबंधक को नगरपालिका श्रीकरणपुर व केसरीसिंहपुर, एडीएम सूरतगढ़ को नगरपालिका सूरतगढ़ और विजयनगर, आईसीडीएस की उपनिदेशक को नगरपालिका अनूपगढ़ और रायसिंहनगर के निरीक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

शुक्रवार, 22 जुलाई 2022

कार्यशाला में दी ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के प्रभावी क्रियान्वयन की जानकारी

 कार्यशाला में दी ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन के प्रभावी क्रियान्वयन की जानकारी


-जिला परिषद का क्यूआर पोर्टल लांच
श्रीगंगानगर,। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन के प्रभावी क्रियान्वयन, डीपीआर तैयार करने व स्वच्छता के स्थायित्व को बनाये रखने इत्यादि हेतु आमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को सभागार जिला परिषद श्रीगंगानगर में किया गया।
 कार्यशाला में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मुहम्मद जुनैद ने ब्लॉक स्तर के कार्मिकों/अधिकारियों को गांवों में ठोस एवं तरल कचरा प्रबन्धन की विधियों के बारे में विस्तार से बताया। इसमें विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई तथा पीपीटी के द्वारा श्री अजीत कुमार द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायतों में जैविक व अजैविक कचरे को दो अलग-अलग डिब्बों में संग्रहण कर उन्हें कचरा संग्रहण केन्द्र तक भिजवाया जाना है। इसी प्रकार तरल कचरा प्रबन्धन में सोख्ता गडढा, लिच पिट व मैजिक के उपयोगए लाभ व तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
 कार्यशाला के पश्चात् समीक्षात्मक बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मुहम्मद जुनैद द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) अन्तर्गत वर्तमान में प्रगतिरत कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करवाने हेतु निर्देशित किया गया। इस अवसर पर अधिकारियों द्वारा जिला परिषद का क्यूआर पोर्टल लांच किया गया।
 इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री वैभव अरोड़ा, अधिशाषी अभियंता श्री रमेश मदान, जिला समन्वयक (एसबीएम.ग्रा.) श्री हरविन्द्र सिंह ढ़िल्लों, विशेषज्ञ श्री अजीत कुमार, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी, सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता, कनिष्ठ तकनीकी सहायक, प्रभारी अधिकारी, एसबीएम-ग्रामीण व ब्लॉक समन्वयक (एसबीएम-ग्रा.) द्वारा भाग लिया गया।